यह करे या वह करे ! :: वंदना जोन स्तुति

यह करे या वह करे ?

जब आपके सामने एक साथ दो स्थिति आ जाए और आपको किसी एक स्थिति या काम का चयन करना हो तो कैसे करे ? 
जिससे आप सही मुकाम पर पहुँच सके ।

आपकी जिंदगी में कभी कभी ऐसी परिस्थिति आती है जब आपको दो कार्यो में से किसी एक का चुनाव करना होता है । परंतु असमंजस रहता है कि किसे चुने और किसे छोड़े । दोनो ही कार्य सही लगते है। अतः सही या गलत का कैसे पता लगाए। तो हम इसी पर चर्चा करते है  कि आपको किसे चुनना है ? जिससे आप सही को चुन सके।

प्रायः हम सही, गलत के चक्कर मे पड़ते है पर चुनाव नही कर पाते है कि सही क्या है ? और गलत क्या ? तो यह करे ---

काम हो या स्थिति - वह अपनाइये जिसमे लाभ की संख्या अधिक हो और हानि कम हो। अर्थात जिसमे लाभ के बिंदु अधिक हो और हानि कम होती हो। वही काम आपको करना चाहिए वही कार्य आपके लिए बेहतर है वही आपके लिए श्रेष्ठ है।

दो कार्य ही नही किसी भी एक कार्य के लिए भी आप यही फार्मूला अपना सकते है। कि, उसके  लाभ हानि के बारे में जाने और लाभ की संख्या हानि की संख्या से अधिक हो तो वह काम आप कर सकते है।


जैसे- कला संबंधित कार्य, गंभीर होकर अपनी पढ़ाई , कॅरियर पर ध्यान देना

लाभ :- 
1 बड़े होकर आप कुछ ना कुछ ज़रूर बनोगे
2 आपको एक अच्छा व्यवसाय मिलेगा
3 आपका जीवन यापन अच्छा होगा ( पैसों की कमी नही )
4 आपका व आपसे जुड़े सभी लोगो का नाम रोशन होगा
5 आप एक अच्छे इंसान के रूप में जाने जाओगे ( सम्मान मिलेगा )
6 पूरा जीवन आपका आनंद में कटेगा

हानि :-
1 आपको सभी मनोरंजन के साधन हटाकर उनसे दूर रहकर केवल व्यवस्थित होकर पढ़ाई करना है ( हर स्थिति में )

कार्य-
शराब पीना, मौज़ मस्ती, माँ - बाप के पैसे पर ऐश करना,

लाभ-
1 कुछ समय का नशा, मौज़ मस्ती से थोड़े समय के लिए आनंद,

हानि-
1 खुद का स्वास्थ्य खराब करना
2 पैसे की बर्बादी ( धन का व्यर्थ व्यय होना )
3 स्वयं का नकारा साबित होना
4 कुछ भी मुकाम हासिल ना हो पाना
5 गलत दिशा में जाने के अवसर बनना
6 समाज द्वारा अपमानित होना ( सम्मान खो देना )

तो अब आप समझ गए होंगे कि आपको कौनसा कार्य करना चाहिए और कौनसा नही ???????

【 यह लेखिका के निजी उद्गार है 】



वंदना जोन "स्तुति"

भटेरी, जयपुर (राज.)